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Friday 18 September 2015

तू मेरा है

पता है न मैं तुम्हारी ही हूँ बस
और तुम सिर्फ मेरे
ऐसे न जाना मुझे छोड़के
कि साथ तेरे प्राण भी चल पड़े मेरे

तुझे देखे कोई  और तो जलती हूँ
कोई पास आये तेरे
कोई तुझ पे मरे तो मैं ही मर जाती हूँ

तेरी साँसे बस मेरे कानों तक पहुंचे
तेरी खुशबू भी बस मेरे ही तन से लिपटें
तेरा मन बस मुझमे बसे

लम्बे इंतज़ार के बाद पाया है  तुझे
अब न मुझसे दूर जाने दूंगी तुझे
संभाल के रख लुंगी तुझे
अपने से बांधुंगी तुझे
न जाए तू अब दूर मुझसे करूंगी हर वो जतन

मेरे संग तू खुश रहे
हर पल बना दूंगी अब ऐसे
समय रुक जाए
वक़्त बस यूँ ही तेरे संग थम जाए
यही प्रयास रहेंगे अब

पता है न मैं तुम्हारी ही हूँ बस
और तुम सिर्फ मेरे
ऐसे न जाना मुझे छोड़के
कि साथ तेरे प्राण भी चल पड़े मेरे!!!!!!!!!!!!नीलम!!!!!!!!!!!!!

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